MPshivpuri,खनियाधाना,
इंजीनियर ने मूल्यांकन कर दिया, एक करोड़ से अधिक का भुगतान हो गया, नालियां बनीं ही नहीं। ये सारा मामला शिवपुरी के खनियाधाना ग्राम पंचायत बुकर्रा का है।

- इन दिनों केन्द्र सरकार निर्मल ग्राम के साथ- साथ आदर्श पंचायत बनाने में लगी हुई है। इसी कड़ी में पंचायत की निचली बस्तियों में पानी निकासी के साथ-साथ स्वच्छता पर काफी पैसा खर्च किया जा रहा हैं, जिससे पंचायत साफ सुधरी दिखाई दें, लेकिन खनियांधाना जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत बुकर्रा में 1 करोड़ 13 लाख 6 हजार रुपए खर्च करने के बाद भी पंचायत में आज भी धूरे पड़े हुए हैं। गलियां दलदल बनी हुई हैं। इस ग्राम पंचायत के जागरूक नागरिकों ने तो यहां तक कहा है कि गांव के हालात ऐसे हैं कि यहां कभी भी डेंगू जैसी बीमारियां फैल सकती हैं। क्योंकि गांव में गंदगी की भरमार है, जिससे मच्छरों का प्रकोप लगातार बना हुआ है।
बताया तो यहां तक जा रहा है कि अच्छे लाल के घर से भजी हरिजन के घर और 19 लाख 55 हजार रुपए एवं 19 लाख 53 हजार रुपए की राशि खर्च करने के बाद नाली का निर्माण कराया जाना बताया जा रहा है, लेकिन धरातल पर यहां नाली नजर ही नहीं आ रही हैं, जबकि कागजों में यह बनाई जा चुकी है और इंजीनियर इनका मूल्यांकन भी कर चुके हैं। इतना ही नहीं इन पंचायतों में नाबलिंग आर्यन्स वंशकार जिसकी 13 वर्ष है,
सीएम राइज स्कूल के बच्चे कर रहे कागजों में मजदूरी
बताया तो यहां तक जाता है कि ग्राम पंचायत में बुकर्रा में 13 लाख 6 हजार रुपए से बनने वाली नालियों में छात्र आयुध शर्मा कक्षा 11 सीएम राइज स्कूल खनियांधाना, सुमित हर्मा कक्षा 12 सीएम राइज खनियांधाना, गजेन्द्र हर्मा कक्षा 10 हाईस्कूल इस्लोवी, अकित हर्मा कक्षा 12 हातकीय उत्कृष्ट विद्यालय खनियांधाना, रोहिल यादव कक्षा 9 शासकीय हाईस्कूल इालोनी, आर्यंत पंहकार
उससे 97 दिन की मजदूरी भी कराना बताया जा रहा हैं। उसके खाते से लगातार 21437 रुपए की
कक्षा 9 शासकीय हाईस्कूल इलौनी, अरुण शर्मा कक्षा 12 शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बामौरकला को जॉबकार्ड के माध्यम से लगातार मजदूरी करना दर्शाया जा रहा है और शासन के खजाने से लगातार पैसा भी आहरण किया जा रहा है। इंजीनियर इन कार्यों का मूल्यांकन भी कर रहे है, जबकि धरातल पर नालियां कहीं है ही नहीं।
राशि भी आहरित की गई है। वहीं दूसरा नाबालिग सोहिल यादव 15 वर्ष है, जिससे 97 दिन मजदूरी
हरिजन महिला सरपंच, दबंग कर रहे सरपंची
सरपंच महिला हरिजन होने के कारण गांव में अपना वर्चस्व कायम करने वाले दबंग लोग महिला को रबर स्टॉप बनाकर काम कर रहे हैं, जबकि महिला सरपंच को यह तक पता नहीं होता है कि ग्राम पंचायत में अभी क्या कार्य चाल रहे हैं। वहीं दबंग व्यक्ति लगातार हस्ताक्षर कराकर राशि अहरित करने में लगे हुए हैं। इन लोगों द्वारा अपने हिसाब से पंचायत सचिव को नियुक्त कराकर शासन के खजाने में चुना लगाया जा रहा है।
इनका कहना है
आपके द्वारा मामला संज्ञान में लाया है। में टीम बनाकर पूरी पंचायत की जांच कराऊंगा। यदि नाली निर्माण के नाम पर इतनी राशि खर्च हुई है, पंचायत की स्थिति सखराब है, नाबालिग मजदूरी कर रहे। है तो जरूर दोधी लोगों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। 6
मेघराज मीणा
सीईओ, जनपद पंचायत खनियांधाना
करना बताया जा रहा है और इसके खाते से भी लगातार राशि आहरित की जा रही है।




