Kerala Medical College में रैगिंग की क्रूर घटना: छात्र को निजी अंगों पर लटकाए गए डंबल, पुलिस ने किया आरोपियों को गिरफ्तार
केरल के एक मेडिकल कॉलेज में रैगिंग की एक घिनौनी घटना सामने आई है, जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। एक छात्र को सीनियर्स द्वारा इतना क्रूर यातनाएं दी गईं कि वह गंभीर रूप से आघातग्रस्त हो गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया। छात्र के निजी अंगों पर वेट लिफ्टिंग डंबल लटकाए गए और उसे नंगा करके खड़ा किया गया। महीनों तक यातनाएं सहने के बाद छात्र ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद यह मामला सामने आया।

पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और केरल रैगिंग प्रोहिबिशन एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। भारतीय कानून के तहत रैगिंग एक गंभीर अपराध है और इसके लिए सख्त सजा का प्रावधान है। यदि आप या आपके किसी परिचित को रैगिंग का शिकार बनाया जा रहा है, तो तुरंत शिकायत करें।
रैगिंग एक ऐसा अपराध है जो पीड़ित के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित करता है। कॉलेज प्रशासन और पुलिस को सख्त कदम उठाने चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं को पूरी तरह से रोका जा सके।
1.केरल में रैगिंग के पिछले मामले:
022 में कन्नूर के एक छात्र को सीनियर्स द्वारा पीटा गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। 18 फरवरी 2024 को केरल यूनिवर्सिटी ऑफ मैटरनिटी एंड एनिमल साइंसेज के छात्र जीएस सिद्धार्थ को छात्रावास के बाथरूम में लटका हुआ पाया गया। पुलिस जांच में पता चला कि सीनियर्स ने उसे प्रताड़ित किया था।
2.शिकायत कैसे करें:
कॉलेज की एंटी-रैगिंग कमेटी से संपर्क करें। नेशनल हेल्पलाइन नंबर 18001805229 पर कॉल करें।ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने के लिए वेबसाइट www.antiraging.in पर जाएं।
सिस्टम पर सवाल:क्या
कॉलेज प्रशासन रैगिंग रोकने में असमर्थ है या इसे नजरअंदाज किया जा रहा है?
रैगिंग का शिकार छात्रों का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य गंभीर रूप से प्रभावित होता है, और कई मामलों में छात्रों ने आत्महत्या तक कर ली है।
रैगिंग एक गंभीर अपराध है जो छात्रों के जीवन को बर्बाद कर सकता है।
कॉलेज प्रशासन और पुलिस को सख्त कदम उठाने चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं को पूरी तरह से रोका जा सके।




